*प्रेमिका से शादी के लिए की थी पत्नी की हत्या*
*केकड़ी -मांगलियावास 17अप्रैल (पब्लिक बोलेगी न्यूज़ नेटवर्क )*
*थाना मांगलियावास क्षेत्र के ग्राम डोडियाना में 14 अप्रैल की रात एक गर्भवती महिला की हत्या कर दी गई। महिला के गले पर नीले निशान और मुंह से खून निकलता देख मामला संदिग्ध प्रतीत हुआ। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मोबाइल फॉरेंसिक यूनिट से जांच करवाई। मृतका की पहचान 24 वर्षीय शोभा देवी के रूप में हुई । 15 अप्रैल को मृतका के पिता अमराराम ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उनकी बेटी की हत्या उसके पति शिवजी ने अपनी प्रेमिका रेखा के साथ मिलकर की है। इस पर मामला बीएनएस के तहत दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार एवं वृताधिकारी रामचंद्र चौधरी के सुपरविजन में, थानाधिकारी रामस्वरूप के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम को चार भागों में बांटकर तकनीकी जांच, स्थल निरीक्षण, साक्ष्य संकलन और आरोपियों की तलाश का कार्य सौंपा गया। लगातार प्रयासों के बाद पुलिस को सफलता मिली और 24 घंटे में ही हत्या की गुत्थी सुलझा दी गई। पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी शिवजी भजन गायक है, जिसकी मुलाकात पांच वर्ष पूर्व रेखा से माताजी के मंदिर में हुई थी। दोनों में प्रेम संबंध बन गए। रेखा ने विवाह के लिए दबाव बनाया, लेकिन शर्त रखी कि पहले पत्नी को रास्ते से हटाओ। 13 अप्रैल की शाम शिवजी ने अपने परिवार को भजन संध्या में केसरपुरा जाने की बात कहकर रात को घर लौटा। आधी रात को छत पर सो रही पत्नी शोभा देवी को जगाकर बातचीत की और साफी से गला घोंटकर हत्या कर दी। गर्भवती होने के कारण शोभा विरोध नहीं कर सकी। इसके बाद आरोपी ने रेखा को फोन कर हत्या की जानकारी दी। हत्या के बाद शिवजी ने अपने ससुराल व परिवार को झूठ बोलकर कभी हार्ट अटैक तो कभी आत्महत्या का हवाला देकर गुमराह किया। लेकिन पुलिस की सख्ती और मनोवैज्ञानिक पूछताछ में दोनों ने जुर्म कबूल कर लिया। इस पर दोनों को गिरफ्तार किया गया।*
*गिरफ्तार आरोपी:*
*शिवजी पुत्र बीरमा, उम्र 33 वर्ष, निवासी डोडियाना*
*रेखा पत्नी कालू उर्फ प्रहलाद, उम्र 30 वर्ष, निवासी मोड़ी नाड़ी जेठाना, पीहर बिडक़चावास*
*इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम में थानाधिकारी रामस्वरूप, सहायक उपनिरीक्षक आरिफ खान, हैड कांस्टेबल रामलाल, कांस्टेबल संजय, वीरेंद्र सिंह, विजेंद्र, सुरेश खोजा, सांवराराम, कल्याण सिंह, महिला कांस्टेबल द्रोपदी और प्रीति वैष्णव शामिल रहे।*

