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फर्जी मेडिकल अवकाश लेना प्रधानाचार्य को पड़ेगा भारी*

*मोलकिया विद्यालय की सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य गायत्री शर्मा पर होगी अनुशासनात्मक कार्यवाही*

सेवानिवृत्ति के दिन मामला हुआ उजागर*

*गत 30 जून को सेवानिवृत्त हुई थी प्रधानाचार्य गायत्री शर्मा*

*पद का दुरुपयोग, चिकित्सा अवकाशों का अनुचित लाभ उठाने और उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना के मामले में होगी कार्यवाही*

*केकड़ी 5 जुलाई (पब्लिक बोलेगी न्यूज़ नेटवर्क)*
*निकटवर्ती गांव मोलकिया के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की हाल ही में 30 जून को सेवानिवृत्त हुई प्रधानाचार्य गायत्री शर्मा ने केकड़ी के महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय पायलेट में कार्यरत रहने की अवधि के दौरान 8 अलग-अलग बार कुल 22 चिकित्सा अवकाशों का उपभोग किया था, जिसकी इन्द्राज उन्होंने अपने कार्मिक उपस्थिति पंजिका में तो कर दिया पर अपने रोग-आरोग्य प्रमाण पत्र जानबूझकर मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय केकड़ी में नही भिजवाएं। बिना इन अवकाशों को स्वीकृत करवाए ही उन्होंने उक्त अवधि का वेतन भी आहरित कर लिया। परिवादी दिनेश कुमार वैष्णव द्वारा राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर गायत्री शर्मा की पायलेट विद्यालय केकड़ी और मोलकिया विद्यालय में कार्यरत रहने की अवधि में फर्जी मेडिकल अवकाश लेने की शिकायत की थी। शिकायत के पश्चात अजमेर के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी जगनारायण व्यास ने सम्बन्धित अधिकारी को आदेशित कर जांच करवाई जिसमें शिकायत सही पाई गई और जांच में सामने आया कि प्रधानाचार्य गायत्री शर्मा द्वारा पायलेट विद्यालय केकड़ी में कार्यरत रहने की अवधि के दौरान के सभी चिकित्सा अवकाश फर्जी थे। जांच में शिकायत सही मिलने पर मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी केकड़ी की तथ्यात्मक रिपोर्ट पर निदेशक ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को जांच अधिकारी बनाते हुए अनुशासनात्मक कार्यवाही हेतु नियुक्त किया है।*

*उच्चाधिकारियों द्वारा मोलकिया विद्यालय के कार्मिक उपस्थिति पंजिका जांच हेतु उपलब्ध करवाने हेतु भी उन्हें आदेशित किया गया लेकिन उन्होंने उपस्थिति रजिस्टर जांच दल को उपलब्ध नही कराया। गौरतलब है कि गायत्री शर्मा गत 30 जून को ही राजकीय सेवा से सेवानिवृत्त हुई है। शर्मा 2 जून 2018 से 17 जुलाई 2020 तक राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पायलेट केकड़ी में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत रही। इस दौरान उन्होंने वर्ष 2018 में 4 जुलाई से 7 जुलाई तक 4 दिन, 13 सितम्बर को 1 दिन, 24 सितम्बर से 26 सितम्बर तक 3 दिन, 4 अक्टूबर से 6 अक्टूबर तक 3 दिन, वर्ष 2019 में 24 जुलाई से 25 जुलाई तक 2 दिन, 2 सितम्बर से 7 सितम्बर तक 6 दिन, वर्ष 2020 में 14 जनवरी से 15 जनवरी तक 2 दिन और 27 फरवरी को 1 दिन का चिकित्सा अवकाश लिया था। जो सभी जांच के दौरान फर्जी निकले। उनकी सेवा पुस्तिका में भी उक्त अवकाशों का कोई उल्लेख नही मिला। उन्होंने बिना अवकाश स्वीकृत के जीए141 प्रस्तुत कर सेवा प्रमाणीकरण भी करवा दिया और उच्चाधिकारियों के आदेशों की भी अवहेलना की।*