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*केकड़ी जिला अस्पताल में बी नेगेटिव ब्लड की कमी के बीच गंगा देवी मीणा बनीं जीवनदायिनी*

*केकड़ी 21 अप्रैल (पब्लिक बोलेगी न्यूज़ नेटवर्क)*
*राजकीय जिला अस्पताल, केकड़ी में इन दिनों रक्त की भारी कमी के चलते मरीजों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। खासकर बी नेगेटिव जैसे दुर्लभ रक्त समूह की अनुपलब्धता के कारण हालात और भी चिंताजनक बने हुए हैं। बीते चार-पांच महीनों से केकड़ी क्षेत्र में कोई भी रक्तदान शिविर आयोजित नहीं होने से यह संकट और गहराता जा रहा है।*
*इसी कड़ी में सापंदा निवासी एक महिला पेशेंट जैतून, जिनका घुटनों का ऑपरेशन किया जाना था, को तत्काल बी नेगेटिव रक्त की आवश्यकता पड़ी। ऑपरेशन कर रहे ऑर्थोपेडिक विशेषज्ञ डॉ. संजय जागरवाल ने भारत विकास परिषद के सक्रिय सदस्य दिनेश वैष्णव को इस बारे में जानकारी दी।*
*, स्थिति की गंभीरता को समझते हुए भारत विकास परिषद ने तुरंत सक्रियता दिखाई और बी नेगेटिव रक्तदाताओं से संपर्क साधा। इस दौरान राजकीय विद्यालय पारा में अध्यापिका के पद पर कार्यरत गंगा देवी मीणा से संपर्क हुआ। गंगा मीणा मैडम ने न केवल अपनी सहमति दी, बल्कि भीषण गर्मी के बावजूद स्वयं ब्लड सेंटर पहुंचकर बी नेगेटिव रक्तदान किया।सहयोग के लिए स्टॉप टीचर ललिता जाट भी साथ मौजूद रही । उनकी इस मानवीय पहल से महिला पेशेंट को समय पर रक्त उपलब्ध हो सका और ऑपरेशन भी सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।*
*उल्लेखनीय है कि गंगा देवी मीणा पूर्व में भी सात बार रक्तदान कर चुकी हैं। उनकी इस सेवा भावना की सराहना स्वयं डॉ. संजय अग्रवाल और ब्लड बैंक विभाग ने की है। इस रक्तदान प्रक्रिया के दौरान भारत विकास परिषद शाखा केकड़ी के सदस्य महेश मंत्री और भगवान माहेश्वरी भी उपस्थित रहे। परिषद की सजकता और समर्पण के कारण एक बार फिर दुर्लभ रक्त समूह समय पर उपलब्ध कराया जा सका, जिससे एक जीवन को बचाया जा सका।*